जम्मू कश्मीर की आग में झुलसता हिंदुस्तान
प्रदर्शन के दौरान हुए पुलिस फ़ायरिंग में शेख़ अजीज मिर्जा की मौत के बाद उनकी शवयात्रा के दौरान जिस प्रकार पाकिस्तानी झंडा लहराया गया उससे भारत के धर्म निरपेक्षता पर शंका उठना गैर वाजिब नहीं है। जम्मू कश्मीर पिछले एक माह से जल रहा है। पहले अमरनाथ श्राईन बोर्ड को जमीन देना, मुस्लिम संप्रदाय के लोगों द्वारा उसका पुरजोर विरोध स्वरूप हिंसा, गुलाम नबी आजाद सरकार का पतन, अमरनाथ श्राईन बोर्ड को दी गयी जमीन को वापस लेना और फ़िर हिंदु नागरिकों द्वारा विरोध जम्मू कश्मीर का हाले बयां करता है। नपुंसक की तरह व्यवहार करने वाली मनमोहन सरकार के नपुंसक गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने मुस्लिम तुष्टिकरण की हर सीमा पार करते हुए जो कुछ भी कहा है उसका वर्णण कर व्यर्थ समय गंवाने से बेहतर है कि हम भारत के समस्त हिंदु एकजुट हो जम्मू में रह रहे अपने भाईयों की आवाज बुलंद कर रहे प्रो0 भीम सिंह के हाथ मज्बुत करें।
कभी कभी आश्चर्य होता है कि जब पाकिस्तान ने करीब 5100 वर्ग किमी जमीन चीन को दे दिया तो यही मुस्लिम और इनके दोगले नेताओं ने चूं तक नहीं की थी और आज हिंदुधर्मियों के कारण करीब 2000 करोड़ तक का राजस्व प्राप्त करने वाली सरकार के नुमाईंदे चंद एकड़ जमीन देने से कतरा रहे हैं। ऐसे देश्द्रोहियों को बीच बाजार में ख़ड़ा कर फ़ांसी दे देना चाहिये ताकि भारत की धर्मनिरपेक्षता की तरफ़ आंख़ उठाने वाले देख़ने की हिम्मत न कर सकें।
प्रदर्शन के दौरान हुए पुलिस फ़ायरिंग में शेख़ अजीज मिर्जा की मौत के बाद उनकी शवयात्रा के दौरान जिस प्रकार पाकिस्तानी झंडा लहराया गया उससे भारत के धर्म निरपेक्षता पर शंका उठना गैर वाजिब नहीं है। जम्मू कश्मीर पिछले एक माह से जल रहा है। पहले अमरनाथ श्राईन बोर्ड को जमीन देना, मुस्लिम संप्रदाय के लोगों द्वारा उसका पुरजोर विरोध स्वरूप हिंसा, गुलाम नबी आजाद सरकार का पतन, अमरनाथ श्राईन बोर्ड को दी गयी जमीन को वापस लेना और फ़िर हिंदु नागरिकों द्वारा विरोध जम्मू कश्मीर का हाले बयां करता है। नपुंसक की तरह व्यवहार करने वाली मनमोहन सरकार के नपुंसक गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने मुस्लिम तुष्टिकरण की हर सीमा पार करते हुए जो कुछ भी कहा है उसका वर्णण कर व्यर्थ समय गंवाने से बेहतर है कि हम भारत के समस्त हिंदु एकजुट हो जम्मू में रह रहे अपने भाईयों की आवाज बुलंद कर रहे प्रो0 भीम सिंह के हाथ मज्बुत करें।
कभी कभी आश्चर्य होता है कि जब पाकिस्तान ने करीब 5100 वर्ग किमी जमीन चीन को दे दिया तो यही मुस्लिम और इनके दोगले नेताओं ने चूं तक नहीं की थी और आज हिंदुधर्मियों के कारण करीब 2000 करोड़ तक का राजस्व प्राप्त करने वाली सरकार के नुमाईंदे चंद एकड़ जमीन देने से कतरा रहे हैं। ऐसे देश्द्रोहियों को बीच बाजार में ख़ड़ा कर फ़ांसी दे देना चाहिये ताकि भारत की धर्मनिरपेक्षता की तरफ़ आंख़ उठाने वाले देख़ने की हिम्मत न कर सकें।