यह तस्वीर बिहार की राजधानी पटना के एक छोटे से मुहल्ले बलाम्मिचक निवासी रवि की है। यह खैनी की दूकान चलाता है। इश्वर हो या अल्लाह यह सभी को सामान रूप से मानता है।
हिंदुत्व सौहार्द का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है। इसलिए मुसलमानों सीखो रवि से, दुसरे धर्मों का आदर करना, वरना मिट जाओगे।
हिंदुत्व सौहार्द का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है। इसलिए मुसलमानों सीखो रवि से, दुसरे धर्मों का आदर करना, वरना मिट जाओगे।
1 comment:
नवल बाबू। आशा है सानंद होंगे। आपका ब्लौग देखा। थोड़ी शिकायत है। आपके ताज़ा पोस्ट कुछ तो सीखो……………… पर मुझे थोड़ी आपत्ति है। आप प्रगतिशील हैं, कवि हैं, और एक विशाल हृदय के स्वामी भी। लेकिन आपका यह पोस्ट एक खास धर्म की भावनाओं को आहत करता हुआ प्रतीत हो रहा है। ब्लौग आपके निजी भावनाओं और विचारों का माधयम है ऐसे में इस तरह के पोस्ट से आपकी खास धर्म को लेकर पुर्वाग्रह को ही दर्शाता है। आपकी कविताओं और आपके लेखो को पढकर मैनें आपका एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्तित्त्व पाया है।
कृपया अन्यथा न लें।
Post a Comment